कांग्रेस के नए अध्यक्ष खड़गे की मोदीजी ने संसद में खोल दी पोल?

 कांग्रेस के नए अध्यक्ष खड़गे की मोदीजी ने संसद में खोल दी पोल?

मल्लिका अर्जुन खरगे की खुली पोल
मल्लिका अर्जुन खरगे - कोंग्रेस अध्यक्ष 

                    आम तौर पर पीएम मोदी जी को एक मृदुभाषी सज्जन के रूप में कम आंकते रहे हैं, लेकिन हम में से बहुत से लोग यह नहीं जानते, कि जब वह अपने विरोधियों पर टूट पड़ते हैं तो उनकी नाक से खून बहा देते हैं!

यहां एक उदाहरण है, जिसे हमारे भ्रष्ट मीडिया द्वारा स्पष्ट कारणों से छुपाया गया...

संसद में कांग्रेस के नेता, मल्लिकार्जुन खड़गे एक दलित हैं, जैसा कि सभी जानते हैं, उन्होंने संसद में एक लड़ाकू की हरकतों और "बॉडी लैंग्वेज" के साथ एक सवाल उठाया, वस्तुतः भारी आवाज के साथ चिल्लाकर, अपने अंगों को जोर से हिलाकर और मोदीजी से एक प्रश्न पूछा!?



हम दलितों के लिए आपको प्रति परिवार कम से कम एक प्रतिशत भूमि आवंटित करनी चाहिए!

लोकसभा में पिन ड्रॉप साइलेंस रहा।

सब कुर्सी के किनारे आ गए, कुछ समय के लिए रोका गया मानो वह इसे "नाटकीय" बनाने की प्रतीक्षा कर रहे हों!


मोदीजी ने कुछ समय लिया और अपनी सीट से उठ गए। उन्होंने खड़गे से पूछा, "क्या आप खुद दलित नहीं हैं?"

क्या आप जानते हैं कि आपके पास कितनी जमीन है?

क्या मैं प्रकट करूँ?

खड़गे के संकोच के कारण मोदीजी ने जारी रखा। ठीक है, मैं खुद बता दूँगा!


  • “बैंगलोर के बन्नरघाटा क्षेत्र में आपके पास 500 करोड़ रुपये का एक व्यावसायिक परिसर है।

  • चिकमगलूर में 300 एकड़ में एक कॉफी एस्टेट है।

  • उस जगह पर 50 करोड़ रुपये का एक बंगला है!

  • केंगेरी में 40 करोड़ का एक फार्म हाउस है!

  • रामय्या कॉलेज के समीप 25 करोड़ का भवन है!

  • बैंगलोर में एक और बंगला है!

  • बेल्लारी रोड में 17 एकड़ कृषि भूमि है!

  • इंदिरा नगर बैंगलोर में एक तीन मंजिला इमारत है!

  • बैंगलोर सदाशिव नगर में 2 बंगलें हैं!

  • उपरोक्त के अलावा क्या मैं मैसूर में स्थित आपके परिवार के सदस्यों के नाम पर संपत्तियों की सूची पढूं?

  • गुलबुरघा, चेन्नई, गोवा, पुणे, नागपुर, मुंबई और दिल्ली में?

अब मल्लिकार्जुन खड़गे का चेहरा पीला पड़ गया!


“अगर दलितों को एक प्रतिशत भूमि आवंटित की जाती है, उपरोक्त सभी व्यक्तियों के लिए, भूमि आवंटित करने की कोई आवश्यकता नहीं है?

कांग्रेस के पाले में श्मशान जैसा सन्नाटा पसरा था। कांग्रेस का कोई भी साथी मुंह नहीं खोल सका।

सत्ताधारी दल के सदस्यों ने मेजों को पीटना शुरू कर दिया, और आवाज बढ़ती जा रही थी और पूरे संसद में गूंज रही थी। शांत होने में पूरे 5 मिनट लग गए।

मीडिया इस सनसनीखेज खबर को सामने क्यों नहीं लाया, और एक भयानक चुप्पी क्यों साधे रखी?

पता नहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया की "चुप्पी" खरीदने की क्या "कीमत" चुकाई!?

जो भी हो, हम और आप इसे पूरी दुनिया को बताएंगे और एंटी नेशनल खांग्रेस और उसके नए परिवावरावादी, क्रिप्टो, नेता की हालेलुईया, धूर्तता का, पर्दाफाश करेंगे! इसको कहते लूटपाट का लोक तंत्र। अभी ईडी जांच करले तो बदले की कार्यवाही होगी।  क्रमश


Post a Comment

Previous Post Next Post