पवित्र सेवा पर प्रश्नचिन्ह |
जून महीने के तपती गर्मी में जब NEET का परीक्षाओं का परिणाम सामने आया तो इस गर्मी में माहौल और गरमाया और देश के भावी डॉक्टर इस गर्मी इस तरह झुलसे है की सरकार का मरहम काम नहीं कर रहा |
मामला है NEET परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक का | दरअसल पेपर लीक होने का यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी अनेक राज्यों में तरह तरह की परीक्षाओं के पेपर लीक हुए है खासतौर पर पुलिस भारती के | क्यों की इससे काली कमाई के कई अवसर निर्माण होते रहते है| लेकिन पेपर लीक को लेकर राज्य सरकारे और केंद्र सरकारें इस विषय को लेकर ठोस कार्यप्रणाली का इजाद नहीं कर पाये | इसलिए यह अवधारणा धारण की गई की पेपर लीक तो होते रहेंगे | अकेले उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पेपर लीक हुए है और परीक्षाएं रद्द की गई | जिससे नवजवान बेरोजगार व्यथित हुआ और उसका समय बर्बाद हुआ | रोजगार पाने के अवसरों में खासकर सरकारी की और से देरी हो जाये तो यह बेहद गंभीर मामला है | इसका खामियाजा सरकार को झेलना पड़ा जब BJP की लोकसभा 2024 सिट 68 से 34 पर पहुंची |
लेकिन NEET का मामला अत्यंत गंभीर है आने वाले समय के लिए | क्योंकि अगर विद्यार्थी कॉपी करके मेडिकल कोर्सेस में दाखला लेते है तो मरीजों के लिए यह दुर्भाग्य पूर्ण होगा क्यों की इन विद्यार्थियों में ज्ञान की कमी रहेगी | देश में केन्द्रित की गई परीक्षा संस्था "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी" (NTA ) की पूरी जिम्मेदारी थी की इस तरह की हाई प्रोफाइल परीक्षा में वे सजग रहते| आरोप की चारों उंगलिया NTA की तरफ है वह इस प्रकार है
1) NEET परीक्षा आवेदन का पोर्टल फ़िर से एक महिना बाद खोला गया और उसमे लगभग 25 हजार छात्रों ने आवेंदन किया | यह अलग गहन विषय है की इनमे से कितने छात्रों ने क्या क्वालीफाई किया ?
2) जिस परीक्षा केंद्र में पेपर देरी से बांटे गए उन 1085 छात्रों को ग्रेस मार्क 5 दिए गए | इस अंक से उनका RANK बढ़ गया | यहाँ यह बात विचित्र है की केन्द्रों की नाकामी के कारन छात्रों को अंकों में लाभ पहुचाया गया, जबकी टाइम बढाकर इसकी पूर्ति की जा सकती थी |
3) पहली बार यह हुआ की 68 छात्र पहली RANK पा गए , इसके पहले दो से ज्यादा नहीं हुए
4) हरियाणा के एक ही सेंटर के छह छात्र अग्र स्थान (topper) कर गए |
5) "गलती हुई है" को ( धांधली और पेपर लीक को लेकर ) न सरकार ने माना न NTA ने
इस पेपर लीक कांड में सूत्रों से पता चला की इसका मास्टरमाइंड बिहार से है और बड़े राजनितिक ओहदे वाले के करीब है | उसने अपने संपर्क से गुजरात राजस्थान हरियाणा और मध्य प्रदेश के छात्रों को भी प्रभावित किया | सरकार का दायित्व है NTA जैसे एजेंसी को खत्म करके स्वतंत्र पारदर्शक संस्था का निर्माण करे और निजी संस्थान के कोचिंग सेंटर को निगरानी रखकर यह निश्छित करे के इनके आका इन परीक्षाओं को तो नहीं प्रभावित कर रहे है|
Post a Comment